परिचय:
हैलो दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं भारत में GST (Goods and Services Tax) की दरों के बारे में, जो 2025 में अपडेटेड हो चुकी हैं। GST एक तरह का अप्रत्यक्ष Tax है जो पूरे देश में एकसमान लागू होता है। 1 जुलाई 2017 से शुरू हुए इस सिस्टम ने पुराने कई टैक्स जैसे VAT, Service Tax, Excise Duty आदि को एक साथ जोड़ दिया। अब 2025 में आते हुए, GST परिषद के सदस्य ने कई बदलाव किए हैं ताकि आम आदमी को राहत मिले और अर्थव्यवस्था मजबूत हो। इस पोस्ट में हम GST के Slabs, Updates, and Examples के साथ बताने वाला हूँ आप मेरे साथ इस पोस्ट में लास्ट तक बने रहें। तो चलिए शुरू करते हैं!
जीएसटी(GST Rates in India 2025) क्या है और क्यों जरूरी है?
सबसे पहले Basics। GST मतलब Goods and Services Tax, जो माल और सेवाओं पर लगता है। ये एक Destination-Based Tax है, यानी जहां माल(Products) बिकता है, वहां टैक्स जाता है।
भारत में GST को चार मुख्य Slabs में बांटा गया है: 0%, 5%, 12%, 18% और 28%। इसके अलावा कुछ items पर 3% या 28% + सेस लगता है। 2025 तक, जीएसटी कलेक्शन बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये मासिक हो गया है, जो सरकार को ‘Infrastructure and Welfare Schemes’ के लिए मदद करता है। लेकिन कई बार Rates बदलते रहते हैं, जैसे हाल ही में Food items पर रेट कट। ये बदलाव आम लोगों की जेब पर असर डालते हैं, इसलिए अपडेट रहना जरूरी है।
GST के मुख्य टैक्स स्लैब्स 2025:
2025 में जीएसटी स्लैब्स ज्यादातर वही हैं, लेकिन कुछ Category में बदलाव हुए हैं। चलिए एक-एक करके देखते हैं:
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0% जीएसटी स्लैब (Zero Rate)
ये वो items हैं जो Tax-free हैं। इनमें basic जरूरतों की चीजें आती हैं। 2025 अपडेट: कुछ मेडिकल Equipments को भी जीरो में शिफ्ट किया गया।
- अनाज जैसे चावल, गेहूं, ज्वार, बाजरा।
- दूध, दही, मक्खन, पनीर।
- सब्जियां और फल (ताजे)।
- ईग्स, मीट, फिश (अनप्रोसेस्ड)।
- किताबें, पत्रिकाएं।
- स्वास्थ्य सेवाएं, एजुकेशन (स्कूल-कॉलेज)।
- ये स्लैब गरीबों को राहत देता है। अगर आप किसान हैं, तो आपकी फसल पर कोई टैक्स नहीं!
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5% जीएसटी स्लैब (Low रेट)
ये Lower रेट है, जो रोजमर्रा की जरूरी चीजों पर लगता है। 2025 में कुछ फूड Processed items को 5% में रखा गया।
- पैकेज्ड फूड जैसे आटा, बेसन, ब्रेड (सादा)।
- चाय, कॉफी (बिना ब्रांड)।
- मसाले (ग्राउंड)।
- प्रिंटेड बुक्स, न्यूजपेपर।
- रेलवे टिकट, एयर ट्रैवल (इकोनॉमी)।
- छोटे कारें (पेट्रोल/डीजल, 1200cc तक)।
- उदाहरण: अगर आप 100 रुपये का आटा खरीदते हैं, तो सिर्फ 5 रुपये टैक्स। ये स्लैब मिडिल क्लास को सपोर्ट करता है।
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12% जीएसटी स्लैब (Medium रेट)
ये मीडियम रेट है, जो सेमी-लक्जरी आइटम्स पर लगता है। 2025 अपडेट: कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स को 12% में डाला गया।
- प्रोसेस्ड फूड जैसे बिस्किट, चॉकलेट (कुछ टाइप)।
- मोबाइल फोन, टैबलेट (बेसिक मॉडल)।
- बटर, चीज, ड्राई फ्रूट्स।
- होटल रूम (रेंट 1000-2500 रुपये)।
- बिजनेस क्लास एयर ट्रैवल।
- उदाहरण: एक 10,000 रुपये का मोबाइल पर 1200 रुपये जीएसटी। ये स्लैब बिजनेस और कंज्यूमर्स के बीच बैलेंस बनाता है।
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18% जीएसटी स्लैब (High रेट)
ये सबसे Common रेट है, ज्यादातर सर्विसेज और Manufacturing Goods पर। 2025 में Restaurant Services को 18% ही रखा गया।
- रेस्टोरेंट फूड (एसी वाले)।
- आईटी सर्विसेज, बैंकिंग।
- लैपटॉप, फ्रिज, वॉशिंग मशीन।
- प्रोसेस्ड फूड जैसे पास्ता, सॉस।
- सिनेमा टिकट, स्पोर्ट्स इवेंट्स।
- उदाहरण: 500 रुपये का डिनर पर 90 रुपये टैक्स। ये स्लैब रेवेन्यू जेनरेट करता है।
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28% जीएसटी स्लैब (Highest रेट)
ये लग्जरी और सिन गुड्स पर लगता है। 2025 अपडेट: पैन मसाला पर सेस बढ़ाया गया।
- लग्जरी कारें (ग्रैंडर), एयर कंडीशनर।
- सिगरेट, तंबाकू, पान मसाला।
- एरोप्लेन, यॉट।
- कोल्ड ड्रिंक्स (स्वीटेड)।
- चॉकलेट (हाई एंड), आइसक्रीम।
- सेस: कुछ आइटम्स पर एक्स्ट्रा 15% तक, जैसे सॉफ्ट ड्रिंक्स पर।
- उदाहरण: 5 लाख की कार पर 1.4 लाख जीएसटी + सेस। ये अमीरों से ज्यादा टैक्स लेता है।
2025 में जीएसटी(GST Rates in India 2025) के प्रमुख Updates!
2025 में GST Council की 50वीं मीटिंग में कई बदलाव हुए। सबसे बड़ा: e-commerce पर reverse चार्ज बढ़ाया गया, ताकि फॉरेन सेलर्स टैक्स दें।
दूसरा, हेल्थकेयर आइटम्स जैसे मास्क, सैनिटाइजर को 5% में शिफ्ट किया।
तीसरा, Real state में Under-construction property पर 1% vs 5% (अफोर्डेबल vs लग्जरी)। ये बदलाव इकोनॉमी को बूस्ट देंगे। Covid के बाद, मेडिकल सप्लाईज पर रेट कट से हॉस्पिटल्स को राहत मिली।
जीएसटी(GST Rates in India 2025) के फायदे और नुकसान
फायदे: एक देश, एक टैक्स – बिजनेस आसान। Cashless economy को प्रमोट। नुकसान: छोटे बिजनेस के लिए मुश्किल। लेकिन जीएसटी ने टैक्स बेस बढ़ाया। 2025 में डिजिटल इनवॉयसिंग अनिवार्य हो गई, जो ट्रांसपेरेंसी लाती है।
कैसे चेक करें अपडेटेड Rates?
सरकारी वेबसाइट gst.gov.in पर सर्च करें। ऐप्स जैसे ClearTax यूज करें। हमेशा invoice चेक करें।
निष्कर्ष:
2025 में GST Slab आम आदमी के हित में हैं। 0% से 28% तक, हर कैटेगरी बैलेंस्ड। अगर आप बिजनेसमैन हैं, तो अपडेट रहें वरना पेनल्टी लग सकती है। उम्मीद है की आपको हमारे बताए गए जानकारी बेहतर लागि होगी। तो इसी तरह की और जानकारी के लिए हमे फॉलो करके रखे।
FAQ:
Q1. जीएसटी कितने प्रकार की दरों में बंटा है?
Ans: 0%, 5%, 12%, 18% और 28% की दरों में।
Q2. क्या 2025 में जीएसटी दरों में बदलाव हुआ है?
Ans: हाँ, सरकार समय-समय पर कुछ वस्तुओं और सेवाओं पर बदलाव करती रहती है।
Q3. किन वस्तुओं पर 0% जीएसटी लगता है?
Ans: ज़रूरी चीज़ें जैसे – अनाज, दूध, अंडे, फल-सब्ज़ियां आदि।
Q4. सबसे ज़्यादा जीएसटी किस स्लैब में लगता है?
Ans: 28% स्लैब में लग्ज़री और सिन वस्तुओं पर।
Q5. जीएसटी का भुगतान कौन करता है?
Ans: अंतिम उपभोक्ता टैक्स चुकाता है और व्यवसायी सरकार को जमा करते हैं।

Author- Sagar Verma is a passionate tech blogger who shares easy-to-understand content on technology, social media, mobile gadgets, and online earning tips. Through his website VK Technical Bhaiya, he aims to make digital knowledge simple and useful for everyone.
Veri nice bhai
thanks bro😍
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